लिम्बरिंग डाउन का अर्थ और महत्व

कूलिंग डाउन/लिम्बरिंग डाउन को वार्मिंग डाउन भी कहा जा सकता है। किसी स्पर्धा/प्रतियोगिता या प्रशिक्षण के बाद, शरीर को फिर से सामान्य अवस्था में लाने को लिम्बरिंग डाउन या कूलिंग डाउन कहा जाता है। 
कूलिंग डाउन, शरीर को धीरे-धीरे थकावट या प्रयास की अवस्था से आराम या लगभग आराम की दशा में लाने की प्रक्रिया होती है। वास्तव में कूलिंग डाउन प्रशिक्षण या प्रतियोगिता के बाद एक आवश्यक क्रिया होती है। शरीर को सामान्य अवस्था में लाने की इसमें एक विशिष्ट प्रक्रिया या विधि शामिल होती है. इसलिए प्रशिक्षण या प्रतियोगिता से पूर्व हमें अपने शरीर की गतियों को तुरन्त ही नहीं रोक देना चाहिए। उचित ढंग से कूलिंग डाउन करने के लिए हमें कम-से-कम 5 से 10 मिनट तक जॉगिग (Jogging) व वॉकिंग करनी चाहिए। यह शरीर के तापमान को कम करने में सहायता करता है तथा कार्य में संलिप्त मांसपेशियों से व्यर्थ के पदार्थों के निष्कासन में भी सहायता करता है। उसके बाद स्थिर खिंचाव वाले व्यायाम भी लगभग 5 से 10 मिनट तक करने चाहिए। स्थित खिंचाव कूल डाउन करने में अधिक उचित होते हैं, क्योंकि वे मांसपेशियों को शिथिल (Relax) करने, मांसपेशिय रेशों को सीधे (Re-align) करने में तथा उनकी गति का सामान्य विस्तार (Range of Movement) को पुनः स्थापित करने में सहायता करते हैं। आपको सभी मुख्य मांसपेशियों के समूहों का खिंचाव करना चाहिए जिनका प्रयोग आपने प्रशिक्षण या प्रतियोगिता में किया हो। खिंचाव कम-से-कम 10 से 20 सेकेंड के लिए अवश्य करना चाहिए। मांसपेशियों का खिंचाव कम-से-कम दो से तीन बार अवश्य करना चाहिए।2. छाती (Chest)- सीधे खड़े हुए पीठ के पीछे अपनी उँगलियों को आपस में फैलाएँ, जैसे ही आप अपने बाजुओं को सीधा करें अपनी ठोड़ी को छत की ओर उठाएँ। 3. ग्लूटस (Glutes)-पीठ के बल लेटकर अपने बाएँ घुटने के ऊपर दाई टाँग से क्रॉस करें, फिर बाएँ घुटने को छाती पर लाएँ अपनी जाँघ उल्टी तरफ से पकड़े हुए, धीरे से दाएँ घुटने को दबाएँ। फिर यही खिंचाव टाँगों की स्थिति को बदल कर करें। 4.क्वाड्रिसेप्स(Quadriceps)-दाई ओर को लेटकर बाई ओर वाले ग्लट में बाई एडी को खींचे तथा खिचाव को जाँघ के आगे के भाग पर महसूस करें उसके बाद दाई टाँग पुन: यही व्यायाम करें।"
5. ट्राइसैप्स/कंधे(Triceps/Shoulder) -एक बाजू सिर से ऊपर ले जाएँ, कोहनी के भाग से मोड़े तथा अपनी पीठ  के मध्य में हथेली को नीचे की ओर फैलाएँ, विपरीत हाथ से कोहनी को धीरे-धीरे खीचें। उसी बाजू का छाती के पास लाएँ, कोहनी के जोड़ पर खिंचाव डालें। इसके बाद हाथों की स्थिति बदलकर यही क्रिया दोहराए।
लिम्बरिंग डाउन का महत्त्व (Importance of Limbering Down) किसी स्पर्धा/प्रतियोगिता या प्रशिक्षण से पूर्व जिस प्रकार शरीर को गर्माना आवश्यक होता है उसी प्रकार प्रतियोगिता/स्पर्धा या प्रशिक्षण के बाद लिम्बरिंग डाउन भी उतना ही आवश्यक होता है।
साधारण शब्दों में यह कहा जा सकता है कि कूलिंग डाउन एक अत्यन्त महत्त्वपूर्ण क्रिया है जिसको खिलाड़ी प्राय: उपेक्षा करते हैं। वास्तव में कूलिंग डाउन या लिम्बरिंग डाउन को खेल क्रिया या प्रशिक्षण के बाद कम करके नहीं आँकना चाहिए।



Comments

Popular posts from this blog

योग के तत्व या अंग